Wednesday 26 November 2014

दिल्ली में होगा विश्व हिन्दू कांग्रेस का आयोजन

दिल्ली. विश्व हिन्दू कांग्रेस का आयोजन 21 से 23 नवम्बर तक दिल्ली में किया जा रहा है. यह आयोजन वर्ल्ड हिन्दू फाउंडेशन है. इस महासम्मेलन में 40 देशों के 1500 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सेदारी करेंगे. ये सभी प्रतिनिधि अपने-अपने देशों में ख्यात और स्थापित हिन्दू व्यवसायी, राजनीतिज्ञ, मीडिया विशेषज्ञ, युवा, महिला और संगठन हैं. उल्लेखनीय है कि विश्व हिन्दू कांग्रेस में सात भिन्न-भिन्न मंचों पर चर्चा की जायेगी. महासम्मलेन के दौरान विश्व हिन्दू आर्थिक मंच द्वारा हिन्दू आर्थिक सम्मलेन, हिंदू शिक्षा बोर्ड द्वारा हिंदू शैक्षिक सम्मेलन, हिंदू छात्र-युवा नेटवर्क द्वारा हिन्दू युवा सम्मेलन, हिन्दू मीडिया मंच द्वारा हिन्दू मीडिया सम्मलेन, हिन्दू महिला मंच द्वारा हिन्दू महिला सम्मलेन, हिन्दू संगठन, मंदिरों और संघों द्वारा हिन्दू संगठनात्मक सम्मलेन और विश्व हिन्दू लोकतान्त्रिक मंच द्वारा हिंदू राजनीतिक सम्मेलन का आयोजन होगा.

विश्व हिन्दू कांग्रेस के स्वामी विज्ञानानंद के अनुसार विश्व हिन्दू कांग्रेस 2014 का आयोजन नई दिल्ली स्थित अशोक होटल में विश्व हिंदू फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है. यह महासम्मलेन हिन्दू सिद्धांत ‘संगच्छध्वम् संवदध्वम्’ से प्रेरित है, जिसका अर्थ है हम साथ मिलकर चलें, हम साथ मिलकर सोचें. बकौल स्वामी विज्ञानानंद, विश्व हिंदू महासम्मेलन के पीछे मुख्य विचार विश्व भर में असंख्य चुनौतियों का सामना कर रहे हिन्दू समाज के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान करना है जो हिन्दू समाज के लिए विचार-विमर्श और सूत्रबद्ध तरीके से समाधान तैयार करे और उन व्यावहारिक और ठोस समाधानों को लागू करने के लिए समुचित प्रयास किया जा सके. महासम्मेलन का लक्ष्य इस आन्दोलन को हिन्दू एकता के लिए अगले स्तर तक ले जाना है. स्वामी विज्ञानानंद ने बताया कि हिंदुओं के आध्यात्मिक और भौतिक विरासत के पुनर्निर्माण के लिए इस कार्य को एकाग्रता के साथ करने की जरुरत है. सम्मलेन के प्रतिनिधि ख्याति और उपलब्धि प्राप्त, हिन्दू उत्थान और पुनरुत्थान का काम करने के लिए प्रतिबद्ध लोग और अधिकतर कार्यकर्ता, विद्वान, वैज्ञानिक, शिक्षाविद, विश्वविद्यालयों के संस्थापक, न्यासों के प्रबंधक, कुलपति व उप-कुलपति, प्रमुख उद्योगपति, विभिन्न उद्योगों और व्यापार से व्यवसायी, बैंक संचालक, अर्थशास्त्री, व्यापार संघ के नेता, सांसद, विधायक, युवा नेता, प्रमुख पत्रकार, संपादक, मीडिया के प्रवर्तक और हिन्दू संगठनों के नेता है|
इस महासम्मलेन में 7 सम्मेलन, 45 सत्र, 200 प्रख्यात वक्ता और 1500 से अधिक प्रतिनिधि दुनियाभर से होंगे. प्रमुख वक्ताओं में धर्मगुरु दलाई लामा, स्वामी दयानंद सरस्वती, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ.मोहनराव भागवत, सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी, सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसाबले, केन्द्रीयसड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी, वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण, गुयाना गणराज्य के वित्त मंत्री डॉ. अश्नी सिंह, प्रख्यात वैज्ञानिक ज़ी. माधवन नायर, डॉ. विजय भाटकर, प्रमुख शिक्षाविद् प्रोफ़ेसर एस.बी. मजुमदार, डॉ. जी. विश्वनाथ, प्रो. कपिल कपूर, फिल्म निर्माता प्रियदर्शन और मेजर रवि, लोकप्रिय दक्षिणी फिल्म अभिनेत्री सुकन्या रमेश विभिन्न सत्रों में उपस्थित रहेंगे.

विश्व हिन्दू महासम्मेलन के अंतर्गत 7 सम्मलेन आयोजित होंगे :
विश्व हिन्दू आर्थिक मंच :
(विषय: समृद्ध अर्थव्यवस्था, सफल समाज): इस मंच का मुख्य उद्देश्य हिन्दू व्यापारियों, पेशेवरों और इच्छुक उद्यमियों को एक वैश्विक मंच प्रदान करना है जो विश्व अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने के साथ ही हिन्दू समाज को समृद्ध बनाने में भी एक निर्णायक भूमिका अदा कर सके.

हिंदू शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित हिंदू शैक्षिक सम्मेलन:
(विषय: सभ्यता के पुनरुद्धार के लिए शैक्षिक संसाधनों के तंत्र को सुदृढ़ बनाना): संसार तेजी से एक ज्ञान आधारित समाज और अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है. यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि भले ही सामाजिक और आर्थिक स्थिति जो हो लेकिन समाज के लोग उच्च गुणवत्ता वाली और सस्ती शिक्षा प्राप्त करे.

हिंदू छात्र युवा नेटवर्क द्वारा आयोजित हिन्दू युवा सम्मेलन
(विषय: एक साथ कल की ओर): हिन्दू युवा सम्मलेन का मुख्य उद्देश्य पुरे संसार में हिन्दू छात्रों और युवाओ को एक मंच प्रदान करना है जो हिन्दू समाज द्वारा झेली जा रही समस्याओं और चुनौतियों का समाधान करे.

हिन्दू मीडिया मंच द्वारा आयोजित हिन्दू मीडिया सम्मलेन
(विषय: सत्य सर्वोच्च है): यह अनिवार्य है कि हिन्दू अपने आप को स्थापित करे और वैश्विक मीडिया के सभी रूपों में उसकी जोरदार उपस्थिति हो.

हिन्दू महिला मंच द्वारा आयोजित हिन्दू महिला सम्मलेन
(विषय: हिन्दू पुनरुत्थान में महिलाओं की भूमिका बढ़ाना): महिलाएं हिन्दू समाज का लगभग 50 प्रतिशत हैं और दुनियाभर में और कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों मे तेजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. इस बदलते हुए संसार में, इस मंच का उद्देश्य रणनीतियों के साथ आगे आना है कि कैसे हिन्दू महिलाएं हिन्दू पुनरुत्थान के मामले में सबसे आगे हो सकती है.

हिन्दू संगठन, मंदिरों और संघो द्वारा आयोजित हिन्दू संगठनात्मक सम्मलेन
(विषय: संघे शक्ति कलयुगे, संगठन में ही शक्ति है): इस पहल के पीछे मुख्य विचार हिन्दू संगठनो, संघो और संस्थानों को एक मंच प्रदान करना है कि सब अपनी व्यक्तिगत क्षमताओ से श्रद्धापूर्वक हिन्दू समाज की सेवा के लिए कार्य करे.

विश्व हिन्दू लोकतान्त्रिक मंच द्वारा आयोजित हिंदू राजनीतिक सम्मेलन

(विषय:सभी के लिए जिम्मेदार लोकतंत्र): राजनीति के साथ आधुनिक सामाजिक प्रवचन में एक निर्णायक भूमिका निभाना, यह हिन्दू पुनरुत्थान की प्राथमिकता बननी चहिये. यह सम्मलेन विश्वभर से हिन्दू सांसदों, विधायको, मंत्रियों, राजनयिकों और आकांक्षी राजनेता को एक मंच प्रदान करता है जो हिन्दू समाज को सुदृढ़ करने के लिए अपने सम्बंधित देशों में रणनीतियां बनायें.

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